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UTTAR PRADESH : बुलडोज़र एक्शन के दौरान आग में जली कानपुर की माँ-बेटी

उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात (Kanpur Dehat) के मंडौली गांव कांड का वीडियो खूब वायरल हो रहा है। दरअसल, अतिक्रमण हटाने के दौरान पुलिस और प्रशासन के सामने झोपड़ी में मां-बेटी की आग में जलकर मौत हो गयी। गांव में अवैध अतिक्रमण हटाने गए तहसील प्रशासन की कृष्ण गोपाल दीक्षित के परिजनों से नोकझोंक हुई। झोपड़ी के अंदर कृष्ण गोपाल की पत्नी और बेटी थीं, तभी प्रशासन ने बुलडोजर चलवा दिया। और जैसे ही बुलडोजर झोपड़ी को तहस;नहस करने लगा, वैसे ही झोपड़ी में अचानक आग भड़क उठी। आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। इसमें कृष्ण गोपाल की पत्नी प्रमिला दीक्षित और उनकी 23 साल की बेटी नेहा दीक्षित की जिंदा जलकर मौत हो गई। धधकती आग को बुझाने में कृष्ण गोपाल बुरी तरह से झुलसे और बेटा शिवम भी मामूली रूप से थोड़ा जल गया। इस मामले को लेकर सोशल मीडिया से लेकर सड़क तक लोगों में गुस्सा नजर आ रहा है। लोगों का आरोप है कि आग लगने के दौरान झोपड़ी के अंदर से मां बेटी की चीख की आवाजें आती रहीं लेकिन प्रशासन वहां खड़ा होकर तमाशा देखता रहा। ट्विटर यूजर्स इस घटना के अलग-अलग वीडियो शेयर कर योगी सरकार और पुलिस प्रशासन पर सवाल उठा रहे हैं।

ट्विटर यूजर्स का गुस्सा

ट्विटर यूजर्स कानपुर की डीएम नेहा जैन को उनका एक पुराना वीडियो शेयर कर ट्रोल कर रहे हैं. इस वीडियो में नेहा किसी पार्टी में डांस करती नजर आ रही हैं। इसे ट्विटर पर ‘कानपुर देहात’ हैशटेग लगाकर ट्रेंड किया जा रहा है।

डॉक्टर पूजा त्रिपाठी नाम की एक ट्विटर यूजर ने लिखा, ‘नाचिए लोकतंत्र है। मां बेटी की लाश के ऊपर खूब नाचिए। ये प्रतिभावान कलेक्टर हैं। कानपुर देहात की जब प्रमिला और उनकी बेटी नेहा ज़िंदा जल रही थी तब ये नाच रही थी। प्रमिला ने मरने से पहले बोला है कि डीएम मैडम ने डांट कर भगा दिया था और कप्तान ने भी।’

पीड़ित परिवार के गंभीर आरोप

पीड़ित परिवार का आरोप है कि गांव के कुछ लोगों की शिकायत पर ही प्रशासन ने उनका पक्का मकान गिरा दिया था। बेघर होने के बाद उनका परिवार अपने जानवरों सहित जिलाधिकारी (DM) नेहा जैन के बंगले पर न्याय की मांग करने पहुंचा था। लेकिन वहां पर एडिशनल एसपी ने उन्हें अंदर नहीं जाने दिया और मारने दौड़े। उनका कहना है कि ये सब डीएम के इशारे पर हुआ था।

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