
रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने राज्य में हुए कथित शराब घोटाले के मामले में गिरफ्तार किया है। अधिकारियों के अनुसार, यह गिरफ्तारी करोड़ों रुपये के भ्रष्टाचार की जांच के तहत की गई है, जो कि राज्य में पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान हुए शराब व्यापार से जुड़ी अनियमितताओं को लेकर की जा रही है।
ED की कार्रवाई को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा, “हम डरने वाले नहीं हैं। अडानी से जुड़ा मामला सामने आते ही मेरे आवास पर ईडी भेज दी गई। प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह अडानी को खुश करने के लिए हमारे पीछे एजेंसियों को लगा रहे हैं। लेकिन भूपेश बघेल न टूटेगा, न झुकेगा।”
पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र सरकार विपक्षी नेताओं को डराने और दबाने के लिए जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा,
“ईडी आ गई।”
साथ ही उन्होंने बताया कि विधानसभा सत्र के अंतिम दिन उनके घर पर ईडी की दबिश दी गई, जब रायगढ़ जिले की तमनार तहसील में अडानी समूह की कोयला खदान परियोजना के तहत पेड़ों की कटाई का मुद्दा विधानसभा में उठाया जाना था।
बताया जा रहा है कि ईडी की टीम ने बीते कुछ दिनों से शराब घोटाले से जुड़े कई ठिकानों पर छापेमारी की थी और अब चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी ने इस मामले को और भी राजनीतिक रंग दे दिया है।
इस कार्रवाई को लेकर कांग्रेस पार्टी और विपक्षी दलों में रोष है। वे इसे “राजनीतिक बदले की कार्रवाई” बता रहे हैं, जबकि केंद्र सरकार की एजेंसियां इसे “भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम” बता रही हैं।
यह मामला अब छत्तीसगढ़ की राजनीति में एक बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है।