अध्यात्म

धनतेरस पर भूलकर भी न खरीदें ये चीजें वरना छा सकती हैं कंगाली

दिवाली से पहले धनतेरस का एक खास महत्व है। धनतेरस खुशहाली और सुख-स्मृद्धि का त्योहार है। हिन्दू पंचांग के अनुसार, त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 29 अक्टूबर सुबह 10 बजकर 31 मिनट पर होगी और वहीं त्रयोदशी तिथि का समापन 31 अक्टूबर दोपहर 1 बजकर 15 मिनट तक होगा। मान्यता है की इस दिन नई चीजों को खरीदने से घर में माँ लक्ष्मी का वास होता है। लेकिन इस दिन कुछ चीजों को खरीदने से बचना चाहिए। माना जाता है कि ऐसी चीजें खरीदने से घर में कंगाली आती है। चलिए जानते है कि धनतेरस पर क्या चीजें खरीदें और क्या नहीं –

धनतेरस के दिन क्या नहीं खरीदना चाहिए ?

लोहे के बर्तन –
धनतेरस के दिन लोग अक्सर बर्तनों की खरीदारी करते हैं। लेकिन इस बात का खास ध्यान रखे कि धनतेरस पर लोहे के बर्तन या इससे से बनी कोई भी चीज खरीदने से बचे।

कांच –
धनतेरस के दिन कांच के बर्तन नहीं खरीदने चाहिए। जो चीजें नाजुक और आसानी से टूट जाती हैं, ऐसी चीजें घर में नकारात्मकता और अस्थिरता लाने वाली मानी जाती है। माना जाता है कि इस दिन कांच की चीजें खरीदने से घर की सुख-शांति पर गहरा प्रभाव पड़ता है।

काले रंग कि चीजें –
धनतेरस के दिन काले रंग की चीजें जैसे कपड़े, जूते आदि खरीदने से बचे। मान्यता है कि इस दिन काले रंग की वस्तु खरीदना अशुभ होता है।

नुकीली चीजें –
धनतेरस के दिन किसी भी तरह का नुकीला सामान जैसे सुई, कैंची, चाकू आदि भी नहीं खरीदना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से वास्तु दोष हो सकता है।

प्लास्टिक का सामान –
धनतेरस के दिन प्लास्टिक से बनी चीजें भी खरीदने नहीं खरीदनी चाहिए। इस दिन प्लास्टिक की चीजें खरीदना अशुभ माना जाता है।

तेल –
धनतेरस के दिन तेल, घी, रिफाइंड आदि नहीं खरीदना चाहिए। दिवाली और धनतेरस पर दीपक जलाने के लिए तेल, घी इत्यादि पहले से ही खरीदकर रख लें।

धनतेरस पर क्या खरीदना चाहिए ?

धनतेरस के दिन सोना चांदी तांबा, पीतल या कांसे से बनी वस्तु खरीदना शुभ होता है। इसके अलावा झाड़ू खरीदना भी शुभ माना जाता है। धातु के बर्तन जरुर खरीदने चाहिए, क्योंकि माना जाता हैं की इस दिन समुद्र मंथन में भगवान धन्वंतरि (भगवान विष्णु के अवतार) कलश में अमृत लेकर निकले थे, इसलिए इस दिन धातु के बर्तन खरीदे जाते हैं।

 

Disclaimer : इस खबर में दी गई जानकारी मान्यतों के अनुसार हैं, भईया जी गज़ब इसकी पुष्टि नहीं करता।

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