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ईरान ने Tel Aviv पर दागीं मिसाइलें, इजराइल के हमलों का दिया जवाब, जानें ताजा घटनाक्रम

ईरान ने शनिवार तड़के तेल अवीव और यरुशलम इजराइल के दो सबसे बड़े शहरों पर मिसाइलें और रॉकेट दागे, जिससे मध्य पूर्व के दो बड़े प्रतिद्वंद्वियों के बीच तनाव और बढ़ गया है। यह हमला इजराइल द्वारा शुक्रवार को ईरान पर किए गए अब तक के सबसे बड़े हमले के जवाब में हुआ है, जिसमें परमाणु सुविधाओं को निशाना बनाया गया है और शीर्ष सैन्य कमांडरों को मार गिराया गया। साथ ही, महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को नष्ट किया गया। इस बीच, इजराइल के नए हमलों से तेहरान के कई हिस्सों में विस्फोट हुए।

ईरान के तेल अवीव पर हमले, जिसे “ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस” नाम दिया गया है, में एक व्यक्ति की मौत हुई और लगभग 34 लोग घायल हुए है, जैसा कि इजराइली पुलिस और स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया है। दूसरी ओर, इजराइल का “ऑपरेशन राइजिंग लायन” है, जो शुक्रवार को शुरू हुआ और शनिवार को जारी रहा। इस मिशन ने कथित तौर पर कम से कम 78 लोगों की जान ली, जिनमें ज्यादातर नागरिक थे, और 320 से अधिक लोग घायल हुए।

ताजा घटनाक्रम

  • ईरान और इजराइल के बीच हमले: शनिवार तड़के दोनों देशों ने एक-दूसरे पर हवाई हमले किए। इजराइल ने कहा कि वह ईरान द्वारा दागी गई “मिसाइलों की बौछार” को रोकने में जुटा है और कई शहरों में हवाई हमले के सायरन बजे। तेल अवीव में कम से कम 35 लोग घायल हुए और यरुशलम में भी विस्फोटों की आवाज सुनी गई।
  • इजराइल का तेहरान पर जवाबी हमला: इजराइल ने तेहरान पर एक और दौर के हमले शुरू किए, जिसमें मेहराबाद हवाई अड्डे पर दो प्रोजेक्टाइल गिरे, जो ईरानी नेतृत्व के महत्वपूर्ण स्थलों के पास है और जहां वायुसेना का अड्डा है। स्थानीय मीडिया ने वहां आग की लपटें देखीं। यह शनिवार को तीसरी लहर थी, जो शुक्रवार रात के दो हमलों के बाद हुई।
  • नेतन्याहू का बयान: इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने चेतावनी दी कि “अभी और हमले होंगे।” उन्होंने कहा कि यह अभियान ईरान के परमाणु कार्यक्रम को खत्म करने और “हत्यारी इस्लामिक शासन” के खिलाफ है, जिसे वे ईरानी लोगों के लिए दमनकारी मानते हैं। उन्होंने इसे इजराइल के लिए “अस्तित्व का खतरा” बताया।
  • खामेनेई का जवाब: ईरान के सर्वोच्च नेता अयातोल्लाह अली खामेनेई ने टीवी पर दिए बयान में कहा, “इस्लामिक गणराज्य की सशस्त्र सेनाएं इस दुष्ट दुश्मन पर भारी प्रहार करेंगी।” उन्होंने इजराइल के हमले के परिणामों को “विनाशकारी” बताया।
  • अमेरिका की भूमिका: अमेरिका ने कहा कि डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन इस तनाव में सीधे शामिल नहीं है, हालांकि ट्रम्प ने कहा कि उन्हें “सब कुछ पता था।” अमेरिकी जमीनी हवाई रक्षा प्रणालियां ईरानी मिसाइलों को रोकने में मदद कर रही थीं। ट्रम्प ने ईरान से परमाणु समझौते के लिए बातचीत करने का आग्रह किया, चेतावनी दी कि ऐसा न करने पर “और भी क्रूर” इजराइली हमले होंगे।
  • ईरान का रुख: ईरान ने कहा कि इजराइल के हमले के बाद अमेरिका के साथ परमाणु कार्यक्रम पर बातचीत “बेकार” है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, “आप बातचीत का दावा नहीं कर सकते और साथ ही इजराइल को ईरान के क्षेत्र को निशाना बनाने की इजाजत दे सकते हैं।”
  • हमले की योजना: इजराइल ने कहा कि यह हमला नवंबर 2024 को लेबनानी मिलिटेंट ग्रुप हिजबुल्लाह के नेता हसन नसरल्लाह की हत्या के तुरंत बाद योजना बनाई गई थी। इजराइल ने युद्धक विमान और ड्रोन का इस्तेमाल किया, जो पहले से ईरान में तस्करी किए गए थे।
  • हाई-प्रोफाइल हत्याएं: शुक्रवार के इजराइली हमले में ईरान के तीन शीर्ष सैन्य नेता मारे गए: जनरल मोहम्मद बघेरी (सशस्त्र बलों के प्रमुख), जनरल होसैन सलामी (रिवोल्यूशनरी गार्ड के नेता) और जनरल अमीर अली हाजीज़ादेह (बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के प्रमुख)।
  • संयुक्त राष्ट्र की अपील: संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने दोनों देशों से हमले रोकने और कूटनीति अपनाने की अपील की। हालांकि इजराइल के संयुक्त राष्ट्र दूत ने कहा कि वे तब तक कार्रवाई करते रहेंगे, जब तक ईरान से “सभी खतरे” खत्म नहीं हो जाते।
  • भारत की प्रतिक्रिया: नेतन्याहू ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन पर स्थिति की जानकारी दी। भारत ने कहा कि वह ईरान और इजराइल के बीच हाल के घटनाक्रमों से “गहरी चिंता” में है और स्थिति पर “नजदीकी नजर” रख रहा है। सरकार ने दोनों देशों से तनाव बढ़ाने वाले कदमों से बचने का आग्रह किया।

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