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उत्तर प्रदेश में ‘विशिष्ट वनों’ की स्थापना की होगी शुरुआत, मीरजापुर से 18 जुलाई को लगेगा पहला एकलव्य वन

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अब पर्यावरण संरक्षण को लेकर एक नया अध्याय शुरू होने जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में राज्यभर में ‘विशिष्ट वनों’ की स्थापना की जाएगी, जिसकी शुरुआत 18 जुलाई को मीरजापुर में ‘एकलव्य वन’ के उद्घाटन के साथ होगी। यह अभियान 9 जुलाई को रिकॉर्ड 37 करोड़ पौधे रोपने के बाद अगले चरण की ओर बढ़ रहा है।

राज्य स्तरीय कार्यक्रम उत्सव की तरह होंगे आयोजित

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि इन कार्यक्रमों को ‘उत्सव’ के रूप में मनाया जाए। वन विभाग ने इसके लिए तिथियों और आयोजन स्थलों की सूची भी जारी कर दी है। यह विशेष अभियान पूरे वर्षा काल के दौरान विभिन्न जिलों में चलेगा।

✦ इन तारीखों को होंगे राज्य स्तरीय आयोजन:
18 जुलाई: मीरजापुर – एकलव्य वन

19 जुलाई: बरेली – ऑक्सी वन

21 जुलाई: लखनऊ – शक्ति वन

23 जुलाई: प्रयागराज – त्रिवेणी वन

25 जुलाई: आगरा – अटल वन

26 जुलाई: सहजन भंडारा

27 जुलाई: मथुरा – गोपाल वन

31 जुलाई: मेरठ – एकता वन

9 अगस्त (रक्षाबंधन): भाई-बहन पौधरोपण

15 अगस्त (स्वतंत्रता दिवस): शौर्य/सिंदूर वन

5 सितंबर (शिक्षक दिवस): ‘एक पेड़ गुरु के नाम’

‘एक पेड़ मां के नाम 2.0’ अभियान के अंतर्गत आयोजन

प्रमुख मुख्य वन संरक्षक सुनील चौधरी ने बताया कि यह पूरा अभियान ‘एक पेड़ मां के नाम 2.0’ के तहत आयोजित किया जा रहा है। सभी वन प्रभागों में विशिष्ट वन लगाए जाएंगे, जबकि राज्य स्तरीय कार्यक्रमों की जिम्मेदारी संबंधित जिलों के मुख्य वन संरक्षकों को दी गई है।

2025 में भी विशिष्ट पौधरोपण पर जोर

वन विभाग ने स्पष्ट किया है कि 2025 के वर्षा काल में भी योगी सरकार का जोर विशिष्ट पौधरोपण और संरक्षण पर रहेगा। इस वर्ष शक्ति वन, त्रिवेणी वन, एकता वन, अटल वन, गोपाल वन जैसे वनों के साथ-साथ सहजन भंडारा, औद्योगिक इकाइयों की भागीदारी और विशेष अवसरों पर भावनात्मक जुड़ाव वाले पौधरोपण जैसे कार्यक्रमों पर भी ध्यान दिया जाएगा।

पर्यावरण संरक्षण की दिशा में उत्तर प्रदेश सरकार का यह कदम अनूठी पहल है। विशिष्ट वनों की स्थापना से न सिर्फ हरियाली बढ़ेगी, बल्कि जनसहभागिता से सामाजिक जुड़ाव और पर्यावरणीय जागरूकता को भी बल मिलेगा।

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