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Bihar News : 21 से 25 जुलाई तक चलेगा विधानमंडल का मानसून सत्र, नीतीश सरकार कर सकती है बड़ा ऐलान

यह सत्र नीतीश कुमार सरकार के मौजूदा कार्यकाल का अंतिम सत्र होगा

 

पटना। बिहार विधानमंडल का मानसून सत्र 21 जुलाई से शुरू होने जा रहा है, जो 25 जुलाई तक चल सकता है। हालांकि कैबिनेट से इसकी अंतिम मंजूरी अभी बाकी है, लेकिन विधानसभा सचिवालय ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी हैं। माना जा रहा है कि यह सत्र नीतीश कुमार सरकार के मौजूदा कार्यकाल का अंतिम सत्र होगा और ऐसे में सरकार कई अहम घोषणाएं कर सकती है।

पांच दिवसीय सत्र में पेश होंगे महत्वपूर्ण विधेयक

इस पांच दिवसीय सत्र में नीतीश सरकार न सिर्फ कई महत्वपूर्ण विधेयक पेश करेगी, बल्कि चुनावी साल को देखते हुए कुछ लोकप्रिय घोषणाएं भी संभव हैं। इसके साथ ही, अनुपूरक बजट पेश किए जाने की भी संभावना है। यह सत्र आगामी विधानसभा चुनावों से ठीक पहले हो रहा है, इसलिए इसे राजनीतिक रूप से काफी अहम माना जा रहा है।

चुनाव की तैयारी में जुटे सभी राजनीतिक दल

यह सत्र 17वीं विधानसभा का अंतिम सत्र हो सकता है, क्योंकि अक्टूबर-नवंबर में बिहार में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है। ऐसे में शीतकालीन सत्र नई सरकार के नेतृत्व में होगा। राजनीतिक दल मानसून सत्र के बाद तुरंत चुनावी अभियान में जुट जाएंगे। विपक्ष भी छोटे सत्र की अवधि को लेकर सरकार पर निशाना साध सकता है और सवाल उठा सकता है कि इतने कम समय में जनता के मुद्दों पर कितनी गहराई से चर्चा संभव होगी।

सत्र का पहला दिन होगा औपचारिक

सत्र के पहले दिन दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि दी जाएगी और विधानसभा अध्यक्ष का अभिभाषण होगा। उसके बाद के चार दिन सरकार के लिए विपक्ष के सवालों का जवाब देने और अपनी उपलब्धियां गिनाने का अवसर बनेंगे।

विपक्ष ने तैयार की रणनीति

विपक्ष ने मानसून सत्र को सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने का मंच बना लिया है। कानून-व्यवस्था, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और सरकारी नौकरियों जैसे मुद्दों पर विपक्ष सरकार को घेरने की तैयारी में है। चूंकि यह चुनाव से पहले का अंतिम सत्र है, ऐसे में विपक्ष इसे नीतीश सरकार की नाकामियों को उजागर करने का सबसे बड़ा मौका मान रहा है।

इस सत्र में जहां सरकार अंतिम समय में लोकलुभावन घोषणाओं से जनता को साधने की कोशिश करेगी, वहीं विपक्ष भी कोई मौका चूकना नहीं चाहता। ऐसे में यह मानसून सत्र सियासी गर्मी का केंद्र बनने वाला है।

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