National Youth Day 2023: स्वामी विवेकानंद की जयंती आज, जानिए क्यों मनाते हैं आज युवा दिवस

“उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाये।” ऐसे विचार रखने वाले और सब को अपने विचारो से प्रेरित करने वाले स्वामी विवेकानंद की आज जयंती है जिसको भारत में राष्ट्रीय युवा दिवस (National Youth Day) के रूप में मनाया जाता है। स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 को कोलकाता में हुआ था। स्वामी विवेकानंद का साधारण जीवन और अनमोल विचार सभी को प्रेरणा देता है। इसलिए भारत सरकार ने 1984 से 12 जनवरी यानि विवेकानंद जी की जयंती को युवा दिवस के रूप में घोषित किया।
स्वामी विवेकानंद हमेशा से ही सभी के आदर्श रहे है खासकर युवा पीढ़ी के। स्वामी विवेकानंद ने 19वी सदी के अंत में विश्व मंच पर हिन्दू धर्म को को एक मजबूत पहचान दिलाई। पश्चिमी देशो में योग और वेदांतो के ज्ञान से अवगत करने वाले स्वामी विवेकानंद ही थे। इनकी बुद्धिमता और हाज़िर जवाबी से पूरी दुनिया इनको जानती थी। इनका एक मशहूर किस्सा है- जब विवेकानंद विदेश यात्रा पर गए तो एक अंग्रेज ने उनकी पगड़ी खींची। स्वामी जी ने अंग्रेजी में उससे पूछा की तुमने मेरी पगड़ी क्यों खींची ? विदेशी उनकी अंग्रेजी सुनकर हैरान हो गया। उसने स्वामी जी से पूछा क्या आप अंग्रेजी जानते है? क्या आप शिक्षित है ? स्वामी जी ने कहा – हाँ में शिक्षित हूँ, और सज्जन हूँ। इस पर विदेशी उनकी पोशाक को देखते हुए कहता है की कपड़ो से तो आप सभ्य नहीं दिख रहे। इस पर स्वामी जी करारा जवाब देते हुए कहते है कि “आपके देश में दर्ज़ी आपको सज्जन बनाता है, जबकि हमारे देश में व्यक्ति का चरित्र उसे सज्जन बनता है।”